4 बार देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया है।
मायावती ने भीम राजभर को यूपी बीएसपी का अध्यक्ष बनाया है। वो मुनकाद अली की जगह लेंगे। मायावती ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी।
यूपी में अति-पिछड़े वर्ग (ओबीसी) में राजभर समाज के पार्टी व मूवमेन्ट से जुड़े पुराने, कर्मठ एवं अनुशासित सिपाही श्री भीम राजभर, निवासी ज़िला मऊ (आज़मगढ़ मण्डल) को बी.एस.पी. उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इनको हार्दिक बधाई व शुभकामनायें।
— Mayawati (@Mayawati) November 15, 2020
भीम राजभर को बसपा ने हाल ही में हुए बिहार चुनाव की जिम्मेदारी दी थी। बिहार चुनाव खत्म होते ही 2022 के उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य मेरठ निवासी मुनकाद अली बसपा के प्रदेश अध्यक्ष थे।
हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में बीएसपी का प्रदर्शन 2017 के मुकाबले कमजोर रहा है। उपचुनाव में बीएसपी सात विधानसभा क्षेत्रों में से सिर्फ एक सीट पर दूसरे स्थान पर रही, जबकि 2017 में हुए आम चुनाव में इन सात में से तीन सीटों पर दूसरे स्थान पर थी। हालांकि बीएसपी इन सातों में से 2017 में भी कोई सीट जीत नहीं सकी थी।
भीम राजभर मऊ जनपद के इंदारा के रहने वाले हैं। इनके पिता छत्तीसगढ़ में नौकरी करते थे। भीम राजभर के परिवार की कोई राजनैतिक पृष्ठभूमि नहीं है।
भीम राजभर 2012 में मऊ विधानसभा सदर से बीएसपी के टिकट पर चुनाव भी लड़े चुके हैं हालांकि वह कौमी एकता दल के मुख्तार अंसारी से चुनाव हार गए थे। फिलहाल कहा जा रहा है कि भीम राजभर को दी गई यह जिम्मेदारी राजभर बिरादरी के वोटों पर हस्तक्षेप बढ़ाने के प्लान से दी गई है।
ओमप्रकाश राजभर बोले नही पड़ेगा कोई प्रभाव-
पूर्वांचल की राजनीति में दिग्गज माने जाने वाले पिछड़ों की लड़ाई को लेकर हमेशा सड़क से लेकर सदन तक सरकार को घेरने रहने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का इस पूरे मामले पर यही कहना है कि बीएसपी के इस फैसले से राजभर समाज के ऊपर कोई भी प्रभाव पड़ने वाला नहीं है।
जब हमारे संवाददाता ने ओमप्रकाश राजभर को फोन किया तो उन्होंने यही बताया कि राजभर समाज हमेशा अपने हक और हकूक के लिए लड़ता हुआ आया है और वह सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हुआ है।
मुझे नहीं लगता है कि भीम राजभर के प्रदेश अध्यक्ष बनने से राजभर समाज पर कोई प्रभाव पड़ेगा।
विवाद के बाद कांग्रेस में बड़ा फेरबदल, राहुल की वापसी के संकेत प्रियंका बनी उत्तर प्रदेश की प्रभारी