बीते दिनों नेतृत्व को लेकर भीतरी उठापटक के बाद होते विवाद को लेकर कांग्रेस में भारी फेरबदल किया गया है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बड़े फेरबदल के तहत पांच महासचिवों की छुट्टी कर दी है।
इसमें कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखने वाले 23 असंतुष्ट नेताओं में शामिल रहे गुलाम नबी आजाद को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इस बदलाव को देखते हुए राहुल गांधी की अध्यक्ष पद पर बहाली की संभावना प्रबल हो गई है।
टीम राहुल को सौंपी गई है अहम जिम्मदारी
नई टीम में राहुल के पसंदीदा चेहरों को तरजीह दी गई है। कई नए लोगों को भी अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इसके साथ ही प्रियंका गांधी वाड्रा को अब पूरे उत्तर प्रदेश की कमान दी गई है।
सोनिया गांधी को पत्र लिखने वालों में शामिल मुकुल वासनिक को मध्य प्रदेश का, तो पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया गया गया है। मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी, मलिकार्जुन खड़गे, लुइजिन्हो फ्लेरियो, महासचिव पद से मुक्त कर दिया गया है।
AICC General Secretaries as appointed by Congress President Smt. Sonia Gandhi. pic.twitter.com/MyLVgg6ukU
— Congress (@INCIndia) September 11, 2020
कांग्रेस कार्यसमिति का किया गया पुनर्गठन
कांग्रेस कार्यसमिति का नए सिरे से गठन भी किया गया है। इसमें पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, तारिक अनवर, रणदीप सुरजेवाला और जितेंद्र सिंह को जगह दी गई है जबकि दिग्विजय की कार्यसमिति में पुनः वापसी हो गई।
Congress President Smt. Sonia Gandhi has reconstituted the Congress Working Committee as follows: pic.twitter.com/Fti9oYxJUr
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कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में उत्तर प्रदेश के 7 लोगों को जगह मिली है
CWC में यूपी के साथ वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है, इसमें राजीव शुक्ला और जितिन प्रसाद पहली बार किसी राज्य के प्रभारी बनाए गए हैं। राजीव को हिमाचल प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है।
एक ओर जहां जितिन प्रसाद का कद बढ़ा है तो उसके साथी उनकी जिम्मेदारियां भी बढ़ गई हैं। इसको लेकर जितेंद्र को कड़ी परीक्षा देनी होगी। उन्हें अगले साल होने वाले चुनाव को देखते हुए पश्चिम बंगाल के प्रभारी पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे अंडमान एवं निकोबार के भी प्रभारी बनाए गए हैं।
पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी को भी पहली बार जगह मिली है। अस्थाई आमंत्रित सदस्यों में यूपी के सलमान खुर्शीद, पीएल पुनिया ,आरपीएम सिंह ,विवेक बंसल को भी शामिल किया गया है।
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पूर्व सांसद राजेश मिश्रा को सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी में स्थान मिला है। उत्तराखंड के इंचार्ज अनुराग नारायण सिंह को हटा दिया गया है। पूर्व सांसद पीएल पुनिया को छग और आरपीएन सिंह को झारखंड की जिम्मेदारी बरकरार रखी गई है। यूपी के पूर्व अध्यक्ष राज बब्बर को सीडब्ल्यूसी में स्थान नहीं दिया गया जबकि कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त करने के बाद यहां बैठाया जा सकता है।
सोनिया की मदद के लिए गठित समिति में एंटनी और अहमद पटेल
कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष ने अपने कामकाज के लिए एक समिति गठित की है, इसमें एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला होंगे। 24 अगस्त को कार्यसमिति में यह समिति बनाने का फैसला हुआ था। यह विशेष समिति नए अध्यक्ष का चुनाव होने तक काम करेगी।
Special committee constituted to help Congress President in organisational & operational matters. pic.twitter.com/x3T8ACY02j
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