दिल्ली , भारत की राजधानी और एक खूबसूरत और विकसित शहर ! यहाँ आपको इंडिया गेट , लाल किला , क़ुतुब मीनार , लोटस टेम्पल जैसी और भी कई सुंदर और प्राचीन इमारतें देखने को मिल जाएँगी। अब आते हैं दिल्ली मेट्रो पर, जिसकी स्थापना 24 दिसंबर 2002 में हुई थी। क्या अापने इसमें सफ़र किया है ? अगर नहीं किया तो एक बार जरूर करिये। कमाल की जगह है यह, आप ये सोच रहे होंगें कि मेट्रो में ख़ास क्या है ?
यहाँ आपको हर तरह के लोग देखने को मिल जायेंगे। मेट्रो के अंदर गेट के पास खड़े मिलेंगे कुछ आशिक मिजाज, सीट पर बैठे ऑफिस के कर्मचारी जो फ़ोन में व्हाट्सएप्प चलाते हुए दिखेंगे , कुछ ईयरफोन में गाना सुनते , पर कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो चुप-चाप शांति से बैठे सबको ध्यान से देख रहे होते हैं और मन ही मन कुछ सोचे जा रहे होते हैं। कुछ ऐसे ही लोगों की खुराफाती दिमाग की उपज है यह तस्वीरें-
1. कौन हो भाई ? और अलादीन कहाँ है ?
2. मेट्रो में उल्टा लटक के सोने का मज़ा ही निराला है-
3. उपयोग में नहीं है –
4. पक-पक पक्काक-
5. लॉलीपॉप पे नज़र है भाई, देखे रहना कहीं ले के फुर्र न हो जाये –
6. क्या आपको सेब पसंद है ?
7. बच्चे! अंदर बहुत सारी टॉफी है। आपको अंदर जाना चाहिए –
8. स्टाइल में रहने का-
9. वाह ! क्या मेट्रो है –
10. ऐ भाई जरा ऊपर भी देख ले –
11. मुझे यकीन है कि ये बंदा अंदर फिट नहीं बैठेगा –
12. भाई तेरा हो गया ? मुझे भी चार्जिंग की जरुरत है –
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