इन दिनों उत्तर प्रदेश में अपने लिए राजनीतिक जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार के जातिवाद पर एक टेलीफोनिक सर्वे कराया, जिसको लेकर विवाद छिड़ गया। दरअसल आप का दावा है कि उनके सर्वे में 63 फीसदी लोगों ने माना है कि योगी सरकार जातिवादी है और ठाकुरवाद चरम पर है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाली आम आदमी पार्टी(आप) अब यूपी में भी अपनी सियासी जमीन मजबूत करने को योगी आदित्यनाथ सरकार से दो-दो हाथ करने को नजर आ रही है।
‘आप’ के उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कराया सर्वे
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक सर्वे कराया जिसमें उन्होंने कहा, ’28 प्रतिशत लोगों ने कहा कि योगी सरकार ठाकुरों के लिए काम नहीं कर रही है. वहीं, 9 प्रतिशत लोगों ने जवाब देने से मना कर दिया.’
आप के इस सर्वे की भनक लगते ही यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज कर ली गई। संजय के मुताबिक, ‘सर्वे में 63 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ठाकुरों के लिए काम कर रही है। एक जाति की सरकार चल रही है।
10 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं राज्यसभा सांसद पर
संजय सिंह के मुताबिक, ‘यूपी में योगीराज में दलितों पर, ब्राह्मणों पर, शोषितो पर लगातार अत्याचार और अन्याय हो रहा है। ये बात सिर्फ मैं या आम आदमी पार्टी नहीं कह रही है, बल्कि बीजेपी के विधायक राधा मोहनदास अग्रवाल ने आरोप लगाया कि योगी सरकार ठाकुरवादी सरकार है।’
विधायक देवमणि द्विवेदी ने आरोप लगाया कि यूपी में ब्राह्मणों के साथ अत्याचार और अन्याय हो रहा है। लोग कहते थे कि सीएम योगी केवल ठाकुरों के लिए काम करते हैं, दूसरी जातियों के साथ अन्याय होता है, दूसरी जाति के साथ अनदेखी होती है। मैंने ये बात सार्वजनिक रूप से कही तो एफआईआर दर्ज करा दी गई।
सर्वे को लेकर क्या कुछ कहा BJP ने
‘आप’ के CYSS के अध्यक्ष वंशराज दुबे के मुताबिक अभी कुल 68 हजार लोगों के बीच ये टेलीफोनिक सर्वे हुआ है। इस सर्वे में पूछा गया है, ‘यूपी में कई लोग कहने लगे हैं कि अखिलेश यादव ने जैसे यादव समाज के लिए काम किया और जैसे मायावती ने दलितों के लिए काम किया, वैसे योगी जी सिर्फ और सिर्फ ठाकुर समाज के लिए काम कर रहे हैं। क्या आप इस बात से सहमत हैं? अगर सहमत हैं तो एक दबाएं और सहमत नहीं हैं तो दो दबाएं।
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उत्तर प्रदेश पंचायती चुनावों को लेकर कार्ययोजना बना रही ‘आप’
यूपी में आम आदमी पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव से पहले इस साल के अंत में प्रस्तावित पंचायत चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि कोरोना के कारण ये चुनाव टलकर अप्रैल 2021 में होने की उम्मीद है।
पार्टी की ओर से प्रदेश के सभी जिलों में ‘कोरोना सहायता टीम’ बनाई गई है। यह टीम गांव-गांव जाकर ऑक्सिमीटर उपलब्ध करा रही है और उनके इलाज में मदद कर रही है Baterii pentru stivuitoare https://batteriesromania.com/ .
इस अभियान को आप विधायक दिलीप पांडेय माॅनिटर कर रहे हैं. इसके जरिए गांव-गांव में लोगों का डाटाबेस भी इकट्ठा हो रहा है। इसके अलावा पार्टी ने कांग्रेस के कई स्थानीय नेताओं को भी शामिल किया, जो यूपी कांग्रेस के मौजूदा हालातों को देखते हुए पार्टी छोड़कर चले गए।