सुशांत केस में रिया चक्रवर्ती के ऊपर मीडिया की विविधता का ट्रायल हो रहा है जिसमें ‘काला जादू, फँसाया, नहीं बच पाएगी कातिल….’ जैसे कुछ टीवी प्रोग्राम्स और रिया के घर के बाहर रिपोर्टर्स की भारी भीड़, ये सब तब हो रहा है जब CBI की जांच पूरी नहीं हुई, और टीवी एंकर दिन रात गला फाड पत्रकारिता में रिया को हरपल दोषी ठहरा रहे हैं।
रिया के साथ फ़ेयर ट्रायल हो, इसके समर्थन में और मीडिया के पागलपन के ख़िलाफ़ अब तक तापसी पन्नू, विद्या बालन, शिबानी दांडेकर, लक्ष्मी मंचू और स्वरा भाष्कर ने ही हिम्मत दिखाई है। इससे साबित होता है कि बॉलीवुड की महिलाओं में इंडस्ट्री के मर्दों की तुलना में ज़्यादा हिम्मत है और वो कहीं न कहीं जिस तरह का व्यवहार मीडिया रिया के साथ कर रही है ये कहने को ततपर है कि यह ठीक नही है ।
I didn’t know Sushant on a personal level nor do I know Rhea but what I know is, it only takes to be a human to understand how wrong it is to overtake judiciary to convict someone who isn’t proven guilty. Trust the law of the land for your sanity and the deceased’s sanctity 🙏🏼 https://t.co/gmd6GVMNjc
— taapsee pannu (@taapsee) August 30, 2020
उन्होंने ट्विटर पर इससे पहले लिखा था, “अगर आप किसी ऐसे शख़्स का साथ नहीं देते हैं जिसे ग़लत ढंग से फंसाया जा रहा है, तो उस वक़्त कोई आपके साथ खड़ा नहीं होगा जब आपको भी ग़लत ढंग से फंसाया जाएगा…उसे बस न्यायोचित ढंग से अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाए।”
फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने ट्वीट कर एक बार फिर फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद चल रहे मीडिया ट्रायल पर सवाल उठाया है।
Many doubt how much money @Tweet2Rhea made, but nobody will doubt that MAXIMUM MONEY MADE OUT OF SUSHANT’S DEATH WAS AND IS BEING MADE BY REPUBLIC AND ARNAB
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) September 3, 2020
जब रिया चक्रवर्ती ने इंडिया टुडे ग्रुप को अपना इंटरव्यू दिया था तब रामगोपाल वर्मा ने रिया की तारीफ करते हुए कहा था कि रिया ने यह काम सबसे अच्छा किया है।
‘सत्या’ और ‘कंपनी’ जैसी फ़िल्में बनाने वाले बॉलीवुड निर्देशक राम गोपाल वर्मा पहले भी खुलकर इस कथित मीडिया ट्रायल के ख़िलाफ़ बोलते रहे हैं।
मीडिया ट्रायल का हो रहा है विरोध
रिया चक्रवर्ती के ख़िलाफ़ चल रहे कथित मीडिया ट्रायल का विरोध करने वालों का मानना है कि रिया चक्रवर्ती ने क्या किया है और वह कितनी ज़िम्मेदार हैं, ये काम जाँच एजेंसियों और न्याय व्यवस्था का है, और ये उन पर ही छोड़ देना चाहिए।
स्वच्छ भारत अभियान की एंबेसडर लक्ष्मी मंचू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, “मैंने राजदीप सरदेसाई के साथ रिया चक्रवर्ती का पूरा इंटरव्यू देखा। मैंने इस बारे में बहुत कुछ सोचा कि मुझे इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए या नहीं।
मैं काफ़ी लोगों को चुप साधे देख रही हूँ क्योंकि मीडिया ने एक लड़की को शैतान की शक्ल दे दी है। मैं सच नहीं जानती हूँ, और मैं उम्मीद करती हूँ कि सच ईमानदार ढंग से सबके सामने आएगा।
मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. और उन सभी एजेंसियों पर भी पूरा भरोसा है जो सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने की प्रक्रिया में लगी हुई है।
@LakshmiManchu pic.twitter.com/GnjPpsyoaq
— vidya balan (@vidya_balan) September 1, 2020
विद्या बालन ने भी किया समर्थन
विद्या बालन ने लक्ष्मी मंचू को इस मुद्दे पर अपनी बात रखने के लिए शुक्रिया कहते हुए ट्वीट करके लिखा है, “इस बात को इतने पुरजोर ढंग से कहने के लिए भगवान तुम्हारा भला करे लक्ष्मी मंचूं ये काफ़ी दुर्भाग्यशाली है कि एक प्यारे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की असमय और दुखद मृत्यु एक मीडिया सर्कस बनकर रह गयी है।इसके साथ ही एक महिला होने के नाते मेरा दिल रिया चक्रवर्ती की बदनामी देखकर टूट जाता है. क्या ‘दोषी साबित होने तक बेगुनाह’ कहलाने के सिद्धांत का पालन नहीं होना चाहिए. या अब ये सिद्धांत ‘बेगुनाह साबित होने तक दोषी’ कहलाने में बदल चुका है. चलिए हम सब एक नागरिक के संवैधानिक अधिकारों का सम्मान करें और क़ानून को अपना काम करने दें.”
तापसी पन्नू का भी ट्विटर पर छलका दर्द
युवा अभिनेत्री तापसी पन्नू ने भी ट्विटर पर लिखा है, “मैं सुशांत सिंह राजपूत को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानती थी। मैं रिया को भी नहीं जानती हूं। लेकिन मैं जो जानती हूं, उसके लिए सिर्फ एक इंसान होने की ज़रूरत है ताकि आप समझ सकें कि न्याय व्यवस्था को दरकिनार करके किसी एक शख़्स को दोषी ठहरा देना, जिसे अब तक दोषी साबित भी नहीं किया गया है, कितना ग़लत है। मरने वाले की आत्मा की शांति और अपनी मानसिक शांति के लिए क़ानून पर भरोसा रखें.”
I didn’t know Sushant on a personal level nor do I know Rhea but what I know is, it only takes to be a human to understand how wrong it is to overtake judiciary to convict someone who isn’t proven guilty. Trust the law of the land for your sanity and the deceased’s sanctity 🙏🏼 https://t.co/gmd6GVMNjc
— taapsee pannu (@taapsee) August 30, 2020
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क्या है सुशांत केस
सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए थे। टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर उनकी मौत को लेकर चल रही बहस के इतर जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं ।
एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि ये सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है जिसका हम पालन कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया था आत्म हत्या
बाद में सुशांत सिंह के पिता केके सिंह ने पटना पुलिस में एफ़आईआर दर्ज कराई और रिया चक्रवर्ती पर आत्महत्या के लिए उकसाने के साथ-साथ अन्य गंभीर आरोप भी लगाए,बिहार सरकार ने उनकी मौत की जाँच सीबीआई से कराने की सिफ़ारिश की थी जिसे महाराष्ट्र सरकार ने चुनौती दी थी।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जाँच की माँग को स्वीकार कर लिया था। सीबीआई ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और रिया चक्रवर्ती से कई दिनों तक घंटों पूछताछ भी की गई है।
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