स्मृति ईरानी का खेल निराला, पहले किया डिग्री होने का दावा, अब नामांकन में झोल कर डाला

2019 लोकसभा चुनाव शुरू हो चुके हैं और इसी बीच भारतीय जनता पार्टी और स्मृति ईरानी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं स्मृति ईरानी के नामांकन के दौरान उनकी शिक्षा को ले कर काफी विवाद खड़ा होते दिख रहा है।

graduation of smriti irani
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भारतीय जनता पार्टी की होनहार नेता स्मृति ईरानी एक बार फिर सुर्खियों में हैं।

इस समय लोकसभा चुनाव का समय है और वह भारत की सबसे प्रभावशाली पार्टी की नेता हैं तो सुर्खियों में होना तो बनता ही है। लेकिन आज का मुद्दा कुछ और ही है।

स्मृति ईरानी शुक्रवार को 2019 लोकसभा चुनावों के लिए अमेठी से चुनाव मैदान में उतरने के लिए नामांकन करने गयी थी। इस नामांकन को लेकर ही विरोधियों ने उन्हें जम कर घेर लिया।

नामांकन के दौरान उन्होंने अपनी अधिकतम शैक्षिक योग्यता के बारे में भी बताया।

नामांकन के दौरान जमा किये गये दस्तावेज़ो में लिखा गया कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पहले साल बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (बी.कॉम) की परीक्षा दी थी लेकिन उसे पूरा नहीं कर सकी।

यह कोई पहला मौका नहीं है जब उनकी शिक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं ।

2004 लोकसभा चुनावो में उन्होंने अपनी  शैक्षिक योग्यता बीए पास और 2014 लोकसभा चुनाव में अपनी योग्यता बी कॉम बताया था। दोनों चुनावो में अपनी शैक्षिक योग्यता अलग-अलग बताने पर वह काफी अधिक विवादों से घिर गयी थी।

चुनावों में ही नहीं मीडिया के कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह दावा भी किया था कि उन्हें अमेरिका से प्रतिष्ठित खेल विश्वविद्यालय से भी डिग्री प्राप्त है।

 

चुनाव के समय को देखते हुए कांग्रेस कहाँ पीछे रहने वाली थी, बस फिर कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्मृति ईरानी पर तंज कसा। ”क्यूँकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थी” यह बात उन्होंने ”सास भी कभी बहु थी” की सीरियल के तर्ज़ पर कही थी। उन्होंने यह भी कहा था  ‘स्मृति इरानी ने अपने क्वॉलिफिकेशन को लेकर एक चीज कायम की है कि किस तरीके से ग्रैजुएट से 12वीं क्लास के हो जाते हैं, वह मोदी सरकार से ही और मोदी सरकार में ही मुमकिन है’

 

इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी लोग स्मृति ईरानी को लेकर खूब मज़ाक बना रहे हैं –

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