कोरोना वायरस की महामारी ने इस समय पूरे देश में तबाही मचा कर रखी हुई है चारों ओर से सिर्फ मौत ही मौत की खबरें आ रहे हैं भारत में यह अपनी चरम सीमा पर है।
ऐसे में लोगों के मन में कई सारे सवाल हैं की ये तबाही आखिर कब तक जारी रहेगी दूसरी लहर का पीक और सैचुरेशन पीरियड कब आएगा, इसे लेकर देश के तमाम वैज्ञानिक रीसर्च में जुटे हैं।
इस बीच बनारस से एक अच्छी खबर सामने आ रही है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) के जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर का दावा है कि दो से तीन हफ़्तों में कोरोना की तेज रफ़्तार पर ब्रेक लगेगा और संक्रमण की चेन टूटेगी।
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दो से तीन दिन में सैचुरेशन पीरियड-
प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे का कहना है कि अगले 2 से 3 सप्ताह में इंफेक्शन का नंबर सैचुरेशन लेवल तक पहुंच जाएगा और फिर केस भी कम आएंगे। वो कहते हैं फिर नए केसेस कम आने लगेंगे क्योंकि वायरस को कैरियर नहीं मिलेगा।
हालांकि उन्होंने लोगों को भी सावधान किया कि अभी किसी भी तरह की ढिलाई खतरनाक हो सकती है। उन्होंने लोगों को टीका लगवाने और प्रोटोकॉल का अनुपालन करने की सलाह भी दी, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।
प्रोफेसर चौबे ने बताते हैं कि यदि बनारस में संक्रमण की स्थिति देखी जाए तो दो तीन चीजें काफी हद तक साफ है कि जो रिकवरी रेट 15 अप्रैल को 20% के आसपास था, वह पिछले चार-पांच दिनों में 80% तक चला गया है।
इस तरह से रिकवरी रेट में 4 गुने से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तक जितने वैक्सीनेशन हुए हैं, या इंफेक्शन हुए हैं और जो लोग एंटीबॉडी कैरीज भी कर रहे हैं, सभी को काउंट करें तो इन सभी को मिलाकर वाराणसी में लगभग 5 लाख से ऊपर पापुलेशन इस वायरस के अगेंस्ट इम्यूनिटी ले चुकी होगी।
अगर इन आंकड़ों को माने तो लगभग तो 40 से 50 परसेंट लोग जब इनफेक्टेड होते हैं तो वायरस के संक्रमण दर घट जाएगी और वायरस की चेन भी टूट जाएगी।