विपक्ष के कड़े विरोध के बाद आखिरकार सीमित प्रश्नकाल कराने पर राजी हुई सरकार

मॉनसून सत्र में आयोजित होने वाले संसद सत्र मे प्रश्नकाल को रद्द करने के फैसले पर विपक्ष के कड़े विरोध के बाद सरकार सीमित प्रश्नकाल कराने पर राजी हो गई है।
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मॉनसून सत्र में आयोजित होने वाले संसद सत्र मे प्रश्नकाल को रद्द करने के फैसले पर विपक्ष के कड़े विरोध के बाद सरकार सीमित प्रश्नकाल कराने पर राजी हो गई है।

संसदीय मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने बुधवार को कहा सरकार किसी भी चर्चा से भाग नहीं रही है । सरकार गैर तारांकित प्रश्न लेने को तैयार है सभी विपक्षी दलों को इस बारे में पहले से बताया गया था जिसमें से ज्यादातर पार्टियां राजी थी।

क्या होते हैं ग़ैरतारांकित प्रश्न

गैर तारांकित प्रश्न ऐसे प्रश्न होते हैं जिनका मंत्री केवल लिखित जवाब देते हैं जबकि तारांकित प्रश्न में सवाल पूछने वाले को मौखिक और लिखित दोनों उत्तर का विकल्प दिया जाता है उल्लेखनीय है कि महामारी को देखते हुए मानसून सत्र में प्रश्नकाल स्थगित करने का फैसला किया गया था।

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विपक्ष ने एकजुट होकर किया था विरोध

प्रश्नकाल स्थगित होने पर संपूर्ण विपक्ष ने लामबंद होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसको लेकर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा-मैंने 4 महीने पहले ही कहा था कि सत्ताधारी नेतृत्व महामारी के बहाने लोकतंत्र व मतभेद को दबाने की कोशिश करेगा, हमें सुरक्षित रखने के नाम पर इसे किस तरह से न्यायोचित ठहराया जा सकता है।

सवाल पूछना संसदीय लोकतंत्र के लिए संजीवनी है

विपक्ष ने कहा सरकार ने संसद को महज एक नोटिस बोर्ड बना दिया है और जो भी प्रस्ताव पास करवाना हो तो उसके लिए प्रचंड बहुमत को रबर स्टैंप की तरह इस्तेमाल कर रही है। वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि कोरोनावायरस के बहाने लोकतंत्र की हत्या की जा रहे है। ओ ब्रायन ने पूछा मानसून सत्र के कामकाज का समय लगभग बराबर ही है तो प्रश्नकाल को रद्द क्यों किया गया।

उधर बिहार की राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा यह फैसला निराशाजनक है, सीमा पर हालात ठीक नहीं है तनातनी है ऐसे में प्रश्नकाल को रद्द कर दिया गया है ।

कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने उम्मीद जताई है की अहम मुद्दों पर चर्चा के लिए शून्यकाल को जारी रखा जाएगा।

शून्यकाल को घटाकर किया आधा घंटा

मानसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलने वाला है। अधिसूचना के मुताबिक सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा। निजी बिल भी पेश करने की अनुमति नहीं होगी वही शून्य काल को घटाकर आधा घंटा किया गया है। कोरोना के कारण दो पाली सुबह 9:00 से 1:00 तक व दोपहर 3:00 से 7:00 बजे शाम तक संसद चलेगी। पहली पाली में राज्यसभा और दूसरी पाली में लोकसभा की कार्यवाही होगी इसके अलावा पूरे सत्र में कोई भी अवकाश नहीं होगा।

प्रश्नकाल रद्द करने पर झूठ फैला रहा है विपक्ष: भाजपा

मानसून सत्र में प्रश्नकाल स्थगित करने पर केंद्र सरकार की आलोचना पर भाजपा ने कांग्रेस की खिंचाई की है भाजपा ने कहा है यह हास्यास्पद है कि विपक्षी सदस्य जिन्हें अपनी पार्टी के अध्यक्ष से प्रश्न पूछने की हिम्मत नहीं है वे इस मुद्दे पर झूठी कहानी कह रहे हैं भाजपा के मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने कहा है कि प्रश्नकाल स्थगित करने को लेकर विपक्ष द्वारा हंगामा करना और कुछ नहीं बल्कि अव्वल दर्जे का पाखंड है।

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