महाराष्ट्र सरकार रिपब्लिक भारत के संपादक अर्नब गोस्वामी के ऊपर जल्द ही बड़ी कार्यवाही कर सकती है।
आज दिनभर विधानसभा में इसको लेकर बहुत बड़ा हंगामा हुआ, यहां तक कि सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
महाराष्ट्र विधानसभा में अर्णब गोस्वामी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दाखिल किया गया।
शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाइक ने अर्नब गोस्वामी के ख़िलाफ़ ये प्रस्ताव रखा। ये प्रस्ताव रखने के बाद विधानसभा में हंगामा हुआ और आधे घंटे के लिए काम रोक दिया गया। विधानसभा ने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है।
ऐसे में अर्नब गोस्वामी के ख़िलाफ़ सदन जल्द ही कार्रवाई शुरू कर सकता है।
बीते कुछ समय से सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं अर्नब
पिछले कुछ समय से जब से कंगना रनौत और शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत में जुबानी जंग छिड़ी, तब से अर्णब गोस्वामी काफी चर्चा में है। बीते रविवार को अर्नब गोस्वामी ने संजय राउत को इंटरव्यू के लिए ऑन स्टूडियो खुला चैलेंज दिया था और यहां तक कहा था कि मुंबई किसी के बाप की नहीं है, जबकि संजय राऊत ने इंटरव्यू देने को सिरे से नकार दिया।
This is the Other Half Part of the "Mujhe Drugs Do (Blazze Remix)
Watch Full Version here : https://t.co/XUKP2F2LrO#MujheDrugsDo #drugDo #ArnabGoswami #RheaEndgame #RheaDrugsChat #RheaDruggieHai #JusticeForSSR pic.twitter.com/JPTuF9PSLK— Rosh Blazze (@BlazzeMusic) September 5, 2020
परिवहन मंत्री ने की सख्त कार्यवाही करने की पेशकश
महाराष्ट्र सरकार में परिवहन मंत्री अनिल परब ने अर्नब के ऊपर सख्त कार्यवाही करने को कहा है। अनिल परब ने कहा, “अगर कोई पत्रकार के ख़िलाफ़ कुछ बात करे या फिर उन्हें हाथ लगाए तो इस विधानसभा में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक्ट बनाया गया था, पर कोई पत्रकार ही किसी जन प्रतिनिधि के बारे में कुछ कहे तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं।”
उद्धव ठाकरे और शरद पवार के ऊपर कहे वक्तव्य से शिवसेना में खासा रोष
शिवसेना और साझा सरकार में मंत्री अनिल परब कहते हैं, “अगर किसी ने प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ गैर-ज़िम्मेदार भाषा का इस्तेमाल किया तो उस पर कार्रवाई होती है तो फिर मुख्यमंत्री के ख़िलाफ़ गैर-ज़िम्मेदारी भरे बयान पर कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए? प्रधानमंत्री को कोई कुछ बोले तो आपको गुस्सा आता है पर अगर कोई मुख्यमंत्री को बोले तो आपको गुस्सा नहीं आता है क्या? सुपारी लेने वाले पत्रकारों पर कार्रवाई करनी चाहिए।”
प्रताप सरनाइक ने कहा, “मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रमुख शरद पवार के खिलाफ़ अर्नब गोस्वामी ने जिस भाषा का प्रयोग किया है, उसकी मैं निंदा करता हूं। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर उद्धव ठाकरे और शरद पवार, दोनों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास हुआ है। अर्नब गोस्वामी के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई हो।
अनिल परब ने अर्नब गोस्वामी के बारे में कहा, “अर्नब को लगता है कि वो खुद ही जज हैं। उद्धव ठाकरे और शरद पवार के ख़िलाफ़ उन्होंने तू-तड़ाक वाली शैली में बात की है। इस सदन को जिस तरह से पत्रकारों की सुरक्षा का क़ानून पास करने का अधिकार है, उसी तरह से किसी पत्रकार के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का भी अधिकार है।
अन्वय नाइक आत्महत्या मामले में होगी जांच- गृहमंत्री अनिल देशमुख
महाराष्ट्र विधानसभा में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अन्वय नाइक मामले में अर्नब गोस्वामी की जांच होगी। अन्वय नाइक एक मराठी इंटीरियर डिज़ानइर थे, जिन्होंने मई 2018 में आत्महत्या कर ली थी।
आत्महत्या करने से पहले लिखे अपने सुसाइड नोट में उन्होंने आरोप लगाया था कि अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क के स्टूडियो का इंटीरियर डिज़ाइन कराने के बाद भुगतान नहीं किया था।
बेटी औऱ पत्नी ने गृहमंत्री से की जांच की सिफारिश
अनिल देशमुख ने महाराष्ट्र विधानसभा में कहा, “अन्वय नाइक की पत्नी और बेटी ने मेरे पास आकर अर्नब गोस्वामी की शिकायत की है, इसलिए महाराष्ट्र पुलिस अर्नब गोस्वामी के खिलाफ़ जांच करेगी। अन्वय नाइक की पत्नी अक्षता नाइक और बेटी प्रज्ञा नाइक के शिकायतों के आधार पर ही जांच होगी।
[…] […]