योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल उनको ‘बुलडोजर बाबा’ द्वारा संबोधित करने से शुरू हुआ था। बल्कि उनको 2022 के चुनाव में ही बुलडोजर बाबा कहा जाने लगा था। कारण था कानपुर का मशहूर बीकरू कांड।इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपने आप को एक सुशासन वाली पार्टी के रूप में प्रायोजित करने की कोशिश की।
इस बीच उसके दामन पर दाग लगाने वाले कुछ कांड भी हुए, जिनमें प्रमुख था हाथरस कांड।
फिलहाल हम पुरानी बातों को भूल जाएं तो अभी ताजी-ताजी सरकार बनने के बाद कई जगह बुलडोजर चलने की खबरें आ रही हैं। ताजा मामला लखनऊ के जानकीपुरम विस्तार का है।ऐसा कहा जाता है कि जानकीपुरम विस्तार में बिना नक्शा पास कराए एक बिल्डिंग बन रही थी। इस बिल्डिंग को जब लखनऊ विकास प्राधिकरण गिराने आता है तो ऐसा कुछ होता है जो योगी सरकार की बुलडोजर वाली छवि पर बट्टा बैठा सकता है। दरअसल लखनऊ के कई अखबारों का यह कहना था कि इस बिल्डिंग का ध्वस्तीकरण भाजपा के विधायक नीरज बोरा के हस्तक्षेप के बाद रुक गया था।
वैसे हमने स्थानीय लोगों से भी बात की और कुछ लोगों का कहना था कि इस इलाके में लखनऊ विकास प्राधिकरण की मिलीभगत से कई बिल्डिंग ऐसी हैं जो बिना नक्शे के पास हुए ही बन रही हैं।
वैसे एक और अखबार ने यह हैडिंग डाली है कि बिल्डिंग गिराने गई LDA की टीम केवल शीशा तोड़कर वापस आई।